उलझन

एक अजीब सी उलझन है, आकर सुलझा दो ना
दिल मे एक अजीब सी बेचैनी है, तेरे बिना
मेरे पास आ जाओ ना,आकर बातें कर लो ना, 
क्यों गुमसुम से रहते हो,ख़ुद में खोये रहते हो

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