प्रमाण
अपने प्यार के अलावा क्या प्रमाण दे तुमको ? कभी अपनी बातों से, कभी अपनी भाव को पन्ने में लिख दिखाती कि कितना अनंत प्यार है तुमसे, तुम्हे प्यार करते करते ठहर गयी हूँ, एक शांत नदी की तरह जो बिना शोर किये निर्मल धार सी बहती रहती, क्योंकि बहना उसकी नियति है, तेरे प्यार में बहती रही बहती रही, तेरी प्यारी बातें ओर नगमों के संग, संगी का तेरे साथ साथ रहना, बहुत सुखद बहुत प्यारा लम्हा ये लम्हा यूं ही चलता रहे, जब तक है साँसें