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न जाने क्यों

ना जाने क्यू  बीते दिनों से, हम रो रहें हैं  हर सुबह हर रात तेरी ही याद में दिल कहता है--- बार बार  इक बार चले आओ    क्या चाह रहा ये दिल, बस हर पल, ढूढ रही है नज़रें तुमको काश, कुछ ऐसा होता, पल में तेरे पास मैं होती   तुझे देख ,दिल को सुकून मिलता क्यों रो रहे हैं हर सुबह हर रात तेरी ही याद में  क्यु बेखबर से तुम हो,क्यू खोए खोए से रहते हो क्या दिल की तड़पने का एहसास नहीं तुमको इक बार सही आ जाओ मेरे पास तेरी चाहत का हुआ ये असर है 

माफ़ी

मुझे माफ़ करना जो तुझे रुलाई तुझे भी रुलाया ओर खुद भी मैं रोई मेरी चाहत बस इतनी तुझे मैं सुनु ओर सुनती रहूँ न चाहत मेरी ज्यादा  न ख्वाहिश कुछ और की बना लो अपने जैसा तुम जो भी कहोगे वही मैं करुँगी मोह न रखूंगी पर प्यार तो करुँगी जब तक हैं साँसें प्यार में रहूँगी है दिल की तमन्ना, है रब से ये अर्जी अगले जन्म ना देना जुदाई  बातों को अपनी पन्नो पे लिख रही हूँ आँखों से आसूँ बह भी रहे अब मैं रो भी रही हूँ  तुम जो भी कहोगे वही मैं करुँगी मुझे माफ़ करना जो तुझे रुलाई

बेजुबा

1...मैं बेजुबाँ सा रहता, तू प्यार में सब कह देती ये मेरी जानेवफ़ा मेरी दिलरूबा दिल ने कहा है दिल से , तेरा ग़म है मेरा ग़म  हम दोनों की हालत, इक जैसी सनम  मै बेजुबाँ सा रहता तु प्यार से सब कह देती   2..कहता है ये दिल तुमसे हज़ार बार  तुमनतुम न रही, मैं मैं ना रहा   तू मुझमें समायी मेरी धड़कनों बन कर मैं तुझमे समाया,तेरी सांस बन कर दो दिल मिल गए ऐसे इक जान हो जैसे समंदर में उसकी लहरें हो जैसे ये मेरी जानेवफ़ा मेरी दिलरूबा 3...हमारी  मुहब्बत, बड़ी खूबसूरत बड़ी ही रूहानी    सबसे जुदा और सबसे अलग तुम भी कुछ कहो ना, मेरी दिलरूबा वो मेरी जानेवफ़ा मैं बेजुबाँ सा रहता तू प्यार से सब कह देती 4..किन अल्फाज़ो में सुनाऊँ दिल की दास्तां अब  हम साथ तेरे रहते इन हवाओं में,इन फिज़ाओं में तेरी ही साँसों में देखो तो सही तुम, हूँ पास पास तेरे,   हुँ साथ साथ तेरे, तेरे ही यादों में तेरी ही धड़कन में  तेरी ही  साँसों में , किधर ढूढती हो मुझे मेरी जानम मैं तुझमे समाया, तू मुझमे समायी  हम खो गए है तुझमे तू खो गयी है मुझमे है पास तेरे इतने, दिल मे धड़कन हो जैसे तू खो गयी है मुझमे, मैं खो गया हूँ तुझमे दो दिल मिल रहें हैं