Love

तू न सही तेरी यादें ही सही,जो दिन को सुकून तो रातों को चैन देती है ।
ना चाहूँ कुछ भी तुमसे,रिहा किया बातों के बंधन से।

चाहा है तुमको चाहेगे तुमको, मर के ही अब दूर होंगे
भूला न सकोगे इस दीवानगी को,चाहा है तुझको चाहेंगे तुझको
तेरी दिल मे अपनी यादें छोड़ जाऊँगी,ऐसा प्यार जो तेरे पत्थर दिल को मोम बना दे।तुझे प्यार करना मेरी आरजू है मेरी जुस्तजू है मेरा पागलपन है,चाहा है तुझको चाहेंगे तुझको ही, हरदम और मरते दम तक
एहसास तुमको भी है मेरे पागलपन की ।
मेरे प्यार की नमी को महसूस भी किया है तूने।
जुबा से ना बोला तुमने फिर भी एहसास है सब मुझको.....

Comments

Popular posts from this blog

सुनो ना कुछ कहना है

पुछो ना...