बेसुध सी

सो रही थी बेसुध, तेरे आने का एहसास हुआ,
जैसे तुम कल की सोच में थे,
दिल के कोने में शायद थोड़ी सी डर थी, न जाने कल क्या होगा,
 दिल से दिल की बातें महसूस हुई,
दिल ने कहा ---ये मेरे दिल❤️ मेरे प्यार❤️ जब तुम हो मेरे साथ💞 फिर डर कैसा💞
तुम्ही कहे थे न,याद है नववर्ष का वो पहला दिन, 
जब तुम बोले थे-- "*और हम आपके साथ है हमेशा*"
                         फिर
    
तन से भले ही दूर है पर दिल दोनों के साथ है,
फिक्र न करो मेरी जान,सब अच्छा होगा,
एहसास हुआ जैसे दिल को❤️ चैन सुकून मिला,
फ़िर हम बाते करते रहे,करते रहें,
बातें करते करते, दिल को चैन  इक राहत सी हुई, 
न जाने कब सो गए एकदूजे की बाहों में।💞💞💞

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