Mosam pyar ka
मौसम ने ली अँगड़ाई, भीगी भीगी रात है
रात की रानी हरसिंगार के साथ है
ख़ुश्बू से महकी है फूलों की गली
ऐसे में तेरे प्यार की खुशबू ले आयी है अपने गली
दूर ही सही पर रहती मेरे पास ही तुम
दिल ने कहा दिल से
फिर छिड़ी रात बात फूलों की,रात है या बारात फूलों की
आओ जी ले इस पल को जो है अपने पास
फिर ये पल हो न हो
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