Yaadein
यादों के घेरे से हुई दिल बेचैन,किधर तुमको देखे समझ मुझको ना आये।
इधर देखती हूँ, उधर देखती हूँ,जिधर देखती हूँ पर तुमको ना पाऊँ।।
यादों से अपनी कभी रुलाते हो,कभी जलाते हो।
जाने क्यों इतना मुझे सताते हो ।।
हल्की सी आहट हुई तेरे आने की,होंठो पे हँसी तो गालो में लायी लाली है।
खोई कुछ ऐसे भूल बैठी सब कुछ.........
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